जीडीपी पस्त, सरदार मोर संग मस्त ,विपक्ष अस्तअपनी गलती को मानने के लिए 56 इंच का सीना नहीं , 30 इंच के सीने में थोड़ी सी हिम्मत की ज़रूरत हैं। सफलता मिली तो सरदार को असरदार कहना और असफलता मिली तो पुराने सरदारों को कोसना, क्या ये जायज हैं ? जब पुराने सरदारों का समस्याओं से दूर-दूर तक कोई भी लेना देना ना हो तो भगवान् के उपर ठीकरा फोड़ दो ( सरदार के साथी के #एक्टऑफ़गॉड वाले दोषारोपण को भूले तो नहीं हैं ना !!!!)। वहीँ भगवान् जिसके राम-नाम भरोसे आज सूबे की सरदारी मिली हैं, उसको भी नहीं बक्शा गया !! देश की अर्थव्यवस्था जमीन […]