गुरमेहर की गूम हुई डायरी के पन्नो से
आज जब डायरी लिखने के लिए पेन उठाया तो पता नहीं क्यों मेरे हाथ चल ही नही पा रहे है । एक एक शब्द मुझे प्लेस कार्ड पे लिखे शब्द की याद दिला रहे है । डायरी लिखना छोड कर यूट्यूब पे अपना विडियो देखने लगी । मेरी नजर…
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