क्यों ISI ने उड़ाई दाऊद की मौत की खबर ?
दरअसल पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी को अब डर सता रहा है कि अमेरिका के साथ मिलकर मोदी सरकार चुन-चुनकर मोस्ट वांटेड आतंकवादियों को मारेगी। इस लिस्ट में दाऊद इब्राहिम का नाम टॉप पर है।
दरअसल पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी को अब डर सता रहा है कि अमेरिका के साथ मिलकर मोदी सरकार चुन-चुनकर मोस्ट वांटेड आतंकवादियों को मारेगी। इस लिस्ट में दाऊद इब्राहिम का नाम टॉप पर है।
भारत का दुश्मन नंबर एक दाऊद इब्राहिम ना मरा है, ना ही उसे हार्ट अटैक हुआ है। पिछले कुछ दिनों से उसके मौत की खबर पाकिस्तान से उड़ी और सोशल मीडिया में वायरल हो गई ।
सूत्रों के हवाले से ये दावा किया गया कि दाऊद इब्राहिम को दिल का दौरा पड़ा है और वो कराची के अस्तपाल में भर्ती है। कुछ वेबसाइट ने यहां तक लिख दिया की दाऊद इब्राहिम की अस्पताल में मौत हो गई। लेकिन ये खबरें जानबूझकर फैलाई गई थी। पाकिस्तान में बैठे विश्वस्त सूत्रों ने बताया कि दाऊद इब्राहिम ज़िंदा है। वो कराची में ही है और ये खबर जान बूझकर फैलाई गई थी। दरअसल पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी को अब डर सता रहा है कि अमेरिका के साथ मिलकर मोदी सरकार चुन-चुनकर मोस्ट वांटेड आतंकवादियों को मारेगी। इस लिस्ट में दाऊद इब्राहिम का नाम टॉप पर है। पहले दो नाम थे, हाफिज़ सईद और दाऊद इब्राहिम। हाफिज़ सईद को पहले ही अपने ही घर में गिरफ्तार कर रखा गया है जहां पाकिस्तान की आर्मी के कमांडो और ISI के अफसर सादी वर्दी में हाफिज़ की हिफाजत करते हैं। अब दाऊद इब्राहिम को बचाने के लिए ISI ने ये खबर जानबूझकर उड़ाई। ISI ये परखना चाहती थी कि भारत की खुफिया एजेंसी दाऊद की मौत पर कैसे प्रतिक्रिया करती है। लेकिन भारत की खुफिया एजेंसी भी चालाक निकली। ISI की इस चाल को समझ लिया गया और भारत की खुफिया एजेंसी खामोश ही रही। अलबत्ता भारत की मीडिया ज़रूर उतावली हो गई और दाऊद की मौत पर खबरें चलने लगी। छोटा शकील को फोन किया जाने लगा और करीब करीब हर जगह छोटा शकील की आवाज़ गूंजने लगी। छोटा शकील ने भी वही कहा, भाई एकदम फिट हैं।
दरअसल भारत सरकार की खुफिया एजेंसी के टारगेट पर तीन आतंकवादी हैं। हाफिज़ सईद, दाऊद इब्राहिम और मौलाना मसूद अज़हर। हाफिज़ सईद लाहौर में है। दाऊद इब्राहिम कराची में छिपकर बैठा है, लेकिन मौलाना मसूद अज़हर का सही पता ठिकाना अभी तक भारतीय खुफिया एजेंसी के पास नहीं है। इसलिए पाकिस्तान की फौज और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI को लगता है कि अगर मोदी सरकार सर्जिकल स्ट्राइक करती है तो सबसे पहले हाफिज़ सईद या दाऊद इब्राहिम को टारगेट किया जा सकता है। इसलिए दाऊद के बारे में बीच-बीच में खबरें उड़ाई जाती है और हाफिज़ सईद को हर जगह कड़े पहरे में रखा जाता है।