कुलभूषण केस में पाकिस्तान फिक्सिंग करने चला, यूं पकड़ा गया
पाकिस्तान ने जानबूझकर यूएई में उसके दूत एम अहमद खान को हेग रवाना किया क्योंकि उनके इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस से अच्छे रिश्ते रहे हैं। वो नीदरलैंड में भी पाकिस्तान के राजदूत रह चुके हैं।
पाकिस्तान ने जानबूझकर यूएई में उसके दूत एम अहमद खान को हेग रवाना किया क्योंकि उनके इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस से अच्छे रिश्ते रहे हैं। वो नीदरलैंड में भी पाकिस्तान के राजदूत रह चुके हैं।
पाकिस्तान ने एक चाल चली है, जब वो बहस और सबूत में हारने लगा तो उसने फिक्सिंग करने की कोशिश शुरू की है। लेकिन पाकिस्तान की इस सेटिंग को भी भारत की एजेंसियों ने बेनकाब कर दिया । दरअसल नीदरलैंड के हेग में इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस में कुलभूषण जाधव की फांसी पर मुकदमा चल रहा है। भारत ने तीन वकील भेजे हैं। धाकड़ वकील हरीश साल्वे इस टीम को लीड कर रहे हैं। लेकिन पाकिस्तान ने अपनी टीम में एक डिप्लोमेट को बेजा है जो फिक्सिंग करने की कोशिश कर रहा है।
सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान के डेलीगेशन में यूएई में उसके दूत एम अहमद खान को नीदरलैंड जाने का आदेश दिया गया। सूत्र बताते हैं कि पाकिस्तान ने जानबूझकर अहमद खान को हेग रवाना किया क्योंकि उनके इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस से अच्छे रिश्ते रहे हैं। वो नीदरलैंड में भी पाकिस्तान के राजदूत रह चुके हैं। पाकिस्तान के पास कहने को कुछ नहीं है, सबूत उसके पास नहीं है। बहस में उसकी बात मे दम नहीं होगा इसलिए उसने दूसरे तरीके अपनाने शुरू किए हैं। लेकिन पाकिस्तान ये भूल गया कि ये पाकिस्तानी अदालत नहीं है जहां ये सब होना मुमकिन है। ये इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस है जहां सबूत दिखाने होंगे। सच बोलना होगा। बहस करनी होगी। पाकिस्तान ने जो तरीका अपनाया है उससे उसका देश ही शर्मसार होगा। हेग में मौजूद पत्रकार बताते हैं कि पाकिस्तान को लगता है कि वो मुकदमा हार सकता है इसलिए उसने एक डिप्लोमेट के जरिए इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस में कोर्टरूम के बाहर सेटिंग करने की कोशिश की है। पूरी उम्मीद है पाकिस्तान इस चाल में भी मुंह की खाएगा।