रजनीकांत राजनीति में आएंगे अगर ये हुआ तो
भगवान तय करता है, हम क्या करें या क्या ना करें। फिलहाल वो चाहता है कि मैं एक अभिनेता ही रहूं. मैं अपनी जिम्मेदारी निभा रहा हूं। अगर भगवान ने चाहा तो मैं कल ही राजनीति में आ सकता हूं
भगवान तय करता है, हम क्या करें या क्या ना करें। फिलहाल वो चाहता है कि मैं एक अभिनेता ही रहूं. मैं अपनी जिम्मेदारी निभा रहा हूं। अगर भगवान ने चाहा तो मैं कल ही राजनीति में आ सकता हूं
सबसे बड़े सुपरस्टार रजनीकांत ने चेन्नई में अपने 700 फैंस से मुलाकात की और कुछ सवालों के जवाब दिए. आठ साल बाद ऐसा मौका आया था जब रजनीकांत अपने चाहनेवालों से मिल रहे थे । काला कुर्ता पहने रजनीकांट ने चेन्नई के राघवेंद्र वेडिंग हॉल में दिल खोलकर बात की। उनसे एक फैन ने पूछा, क्या वो कभी सियासत में आएंगे। रजनीकांत ने जवाब दिया, “उनकी अपनी कोई राजनीतिक महात्वाकांक्षा नहीं है। लेकिन अगर भगवान ने चाहा तो ऐसा हो सकता है।”
तमिलनाडू की सियासत इस वक्त हिली हुई है। एआईएडीएमके सुप्रीमो जयललिता के निधन के बाद उनी पार्टी में हड़कंप मचा हुआ है। शशिकला जेल में है। प्लानीस्वामी और पन्नीरसेल्वम अभी तक एक नहीं हो पाए हैं। ऐसे हालात में रजनीकांत के इस बयान के कई मायने निकाले गए। रजनीकांत ने कहा, “भगवान तय करता है, हम क्या करें या क्या ना करें। फिलहाल वो चाहता है कि मैं एक अभिनेता ही रहूं. मैं अपनी जिम्मेदारी निभा रहा हूं। अगर भगवान ने चाहा तो मैं कल ही राजनीति में आ सकता हूं” इसके बाद सुपरस्टार रजनीकांत ने ये भी बताया कि अगर वो राजनीति में आए तो क्या करेंगे। उन्होंने कहा, “अगर वो राजनेता बने तो सच्चाई से पब्लिक के लिए काम करेंगे। उन लोगों की मदद नहीं करेंगे जो पैसे बनाते हैं।”
पिछले 21 साल से रजनीकांत सियासत से दूर हैं, उनके बारे में अटकलें हर बार शुरू होती है। लेकिन रजनीकांत ने खुलकर किसी पार्टी को सपोर्ट नहीं किया। 21 साल पहले रजनीकांत ने डीएमके गठबंधन को समर्थन दिया था और जयललिता के खिलाफ जमकर प्रचार किया था। लेकिन इस बार रजनींकांत की बातें कुछ अलग हैं। अगर वो सियात में आएंगे तो खुलकर राजनीति करेंगे । किसी पार्टी को समर्थन नहीं करेंगे, अगल अपनी पार्टी बनाएंगे।