3 जून से होगा हैकाथॉन, चार घंटे में ईवीएम हैक कर दिखाना होगा
पांच राज्यों में हुए चुनाव में इस्तेमाल हुई मशीनों को हैक करके दिखाना होगा। एक पार्टी किसी भी चार मशीन को चुन सकती है। चार घंटे में उन्हें ये साबित करना होगा कि वो ईवीएम हैक कर सकते हैं।
पांच राज्यों में हुए चुनाव में इस्तेमाल हुई मशीनों को हैक करके दिखाना होगा। एक पार्टी किसी भी चार मशीन को चुन सकती है। चार घंटे में उन्हें ये साबित करना होगा कि वो ईवीएम हैक कर सकते हैं।
चुनाव आयोग ने ईवीएम हैक करने का खुला चैलेंज सभी राजनीतिक पार्टियों को दे दिया है। तीन जून से ये हैकाथॉन शुरू होगा । एक पार्टी को चार घंटे का वक्त मिलेगा और उन्हें तीन लोगों के नाम बताने होंगे जो ईवीएम हैक करने की कोशिश करेंगे। चुनाव आयोग ने 26 मई शाम 5 बजे तक सभी पार्टियों को उन तीन लोगों के नाम बताने को कहा है जो हैकाथॉन में हिस्सा लेंगे। इसके बाद चुनाव आयोग उन पार्टियों को तारीख, वक्त और जगह बताएगा।
हैकॉथॉन के कुछ नियम तय हुए हैं। पांच राज्यों में हुए चुनाव में इस्तेमाल हुई मशीनों को हैक करके दिखाना होगा। एक पार्टी किसी भी चार मशीन को चुन सकती है। चार घंटे में उन्हें ये साबित करना होगा कि वो ईवीएम हैक कर सकते हैं। लेकिन ईवीएम हैक करने का दावा करने वाली आम आदमी पार्टी ने अभी से चुनाव आयोग पर आरोप लगाना शुरू कर दिया है। संजय सिंह ने कहा, हैकाथॉन के लिए चुनाव आयोग ऐसे ईवीएम ला रहा है जो टेंपरप्रूफ हैं। जबकि चुनाव आयोग का कहना है कि पार्टी किसी भी चार ईवीएम को चुन सकती है जिससे उत्तर प्रदेश और पंजाब में चुनाव हुए हैं।