योगी आदित्यनाथ का राम मंदिर प्लान
अयोध्या में फिर जय श्री राम के नारे गूंजे और इस बार सूबे के सीएम ने भी जय श्री राम का जयघोष किया। योगी ने सरयू तट पर साधना की। हनुमानगढ़ी में मुख्यमंत्री ने पूजा की।
अयोध्या में फिर जय श्री राम के नारे गूंजे और इस बार सूबे के सीएम ने भी जय श्री राम का जयघोष किया। योगी ने सरयू तट पर साधना की। हनुमानगढ़ी में मुख्यमंत्री ने पूजा की।
15 साल बाद उत्तर प्रदेश में भाजपा का वनवास खत्म हुआ है और योगी अयोध्या आए। रामलला के दरबार में मुख्यमंत्री ने माथा टेका। अयोध्या में फिर जय श्री राम के नारे गूंजे और इस बार सूबे के सीएम ने भी जय श्री राम का जयघोष किया। योगी ने सरयू तट पर साधना की। हनुमानगढ़ी में मुख्यमंत्री ने पूजा की। योगी ने अयोध्या के लिए खज़ाना खोल दिया और अयोध्या की सूरत बदलने के लिए योगी सरकार 350 करोड़ रुपए खर्च करेगी। लेकिन अयोध्या में अपने भाषण के आखिर में योगी ने जो कहा, उसके कई मायने निकलते हैं।
भाजपा के मुख्यमंत्री ने बड़े साफ अंदाज़ और साफ अल्फाज़ में राम मंदिर की बात की। योगी बोले अगर हिंदू और मुस्लिम पक्ष बातचीत के लिए तैयार हो जाए तो उत्तर प्रदेश की सरकार मध्यस्थता कर सकती है। योगी ने दोनों पक्षों को बातचीत के लिए लखनऊ भी बुलाया है। योगी ने कहा,कुछ मुस्लिम भी अब मंदिर बनाने के पक्ष में आए हैं। संवाद का मौका मिला है, इसमें उत्तर प्रदेश सरकार सहयोग के लिए तैयार है। अयोध्या में रामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास का जन्मोत्सव मनाया जा रहा है। इसी समारोह में मुख्यमंत्री शामिल हुए थे। 25 साल बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने रामलला के दर्शन किए हैं। ये सिर्फ इत्तेफाक नहीं है। योगी आदित्यनाथ का कहना कि आपसी बातचीत से समाधान निकले तो राज्य सरकार मध्यस्तता के लिए तैयार है। हमें नई कोशिश करनी चाहिए। मुख्यमंत्री की इस पेशकश से एक नया रास्ता निकलता है। अभी अयोध्या का मामला सुप्रीम कोर्ट में है। सुप्रीम कोर्ट ने भी आपस में बातचीत कर मामला सुलझाने की अपील की थी। अब ऐसा लगता है कि सरकार माहौल बनाएगी, बातचीत की पहले करेगी और 2019 में लोकसभा चुनाव से पहले कोई बड़ा फैसला आ सकता है।