एयर इंडिया बिकेगी, टाटा खरीद सकती है
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने एअर इंडिया के विनिवेश का ऐलान कर दिया। कैबिनेट की बैठक में इस पर बात हुई सरकार एअर इंडिया में अपनी हिस्सेदारी बेचने पर तैयार हो गई है। एअर इंडिया कैसे बिकेगा इसके लिए सरकार एक पैनल बनाएगी। एअर इंडिया का घाटा लगातार बढ़ रहा है और तमाम प्रयासों के बावजूद इस पर काबू नहीं पाया जा सका है।एअर इंडिया की सेहत 2007 से ही खराब है। दरअसल 2007 में एअर इंडिया और डोमेस्टिक एयरलाइंस कंपनी इंडियन एयरलाइन्स का नेशनल एविएशन कंपनी लिमिटेड (एनएसीआईएल) ने विलय कर दिया था। इस विलय के बाद दोनों कंपनियों की देनदारी एनएसीआईएल पर आ गई। 2010 में एनएसीआईएल का नाम बदलकर एअर इंडिया लिमिटेड कर दिया गया था। वित्त वर्ष 2007 से ही एयरलाइंस की माली हालत नेगेटिव रही। इस स्थिति से निपटने के लिए एक प्लान तैयार किया गया जिसके तहत सरकार को 22 सालों के भीतर 42,182 करोड़ रुपये एयरलाइंस कंपनी में लगाने थे। इस वक्त एअर इंडिया पर करीब 52 हजार करोड़ का कर्ज है। टाटा और स्पाइस जेट ने इसे खरीदने की इच्छा जताई है। लेकिन लगता है टाटा ही एयर इंडिया को खरीदेगा।