मोदी ट्रंप मिले तो चीन पाकिस्तान जैसे दुश्मन जले
चीन अपने ‘सदाबहार’ मित्र पाकिस्तान का इससे पहले भी बचाव कर चुका है।
चीन अपने ‘सदाबहार’ मित्र पाकिस्तान का इससे पहले भी बचाव कर चुका है।
जब मोदी के साथ खड़े होकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान को डांट लगाई और अपनी जमीन पर आंतकवादियों को पनाह देने पर रोक लगाने को कहा तो चीन पाकिस्तान की रक्षा में सामने आ गया । चीन ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सबसे ‘अग्रिम मोर्चे’ पर है और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को उसे इसके लिए उचित मान्यता देनी चाहिए।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लु कांग ने कहा, “हम आतंकवाद के हर रूप का विरोध करते हैं। यह भी स्पष्ट कर चुके हैं कि हम आतंकवाद को किसी खास देश से जोड़ने के खिलाफ हैं। उन्होंने कहा, “हमें कहना होगा कि पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अग्रिम मोर्चे पर खड़ा है और इस संबंध में प्रयास कर रहा है। लु ने कहा, “हमारा मानना है कि आतंकवाद के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय संपर्क बढ़ाया जाना चाहिए और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को इस संबंध में प्रयासों के लिए पाकिस्तान को पूर्ण मान्यता देनी चाहिए।”
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप तथा भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच सोमवार को हुई बैठक के बाद जारी एक संयुक्त बयान में पाकिस्तान से अपील की गई कि वह अपनी सरजमीं का इस्तेमाल आतंकवादियों द्वारा दूसरे देशों पर हमलों के लिए न होना सुनिश्चित करे। बयान में मुंबई, पठानकोट तथा सीमा पार से भारत पर हुए अन्य आतंकवादी हमलों के साजिशकर्ताओं को न्याय के कठघरे में लाने की अपील की गई। चीन अपने ‘सदाबहार’ मित्र पाकिस्तान का इससे पहले भी बचाव कर चुका है। आतंकवादी मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने के भारत के प्रस्ताव पर उसने बार-बार वीटो किया है।