बॉर्डर पर भारत-चीन के 3000 सैनिक तैनात हुए
विवाद के बाद चीन ने करीब 50 भारतीय तीर्थयात्रियों को नाथूला दर्रे से होकर कैलाश मानसरोवर जाने से रोक दिया।
विवाद के बाद चीन ने करीब 50 भारतीय तीर्थयात्रियों को नाथूला दर्रे से होकर कैलाश मानसरोवर जाने से रोक दिया।
भारत ने आधिकारिक तौर पर चीन की सीमा में घुसपैठ के दावे का खंडन करते हुए कहा है कि घुसपैठ चीन के सैनिकों ने की थी। भारत ने इस इलाके में सड़क निर्माण के चीन की कोशिश के प्रति भी गंभीर चिंता जाहिर की है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने पत्र लिखकर कहा है कि डोकलाम में सड़क निर्माण से सिक्किम-भूटान-तिब्बत के त्रिमुहाने पर यथास्थिति में अहम बदलाव होगा जिसके गंभीर सुरक्षा परिणाम हो सकते हैं।
चीन ने दावा किया था कि भारतीय सैनिकों ने उसके द्वारा बनाई जा रही सड़क का निर्माण रुकवा दिया था। भारतीय विदेश मंत्रालय ने चीन को साफ किया है कि इस भारत चीन की सीमा से लगने वाले भारतीय इलाके में सकारात्मक रुख अपनाता रहा है।
भारत ने चीन द्वारा डोकलाम इलाके में सड़क निर्माण के प्रति गंभीर चिंता जाहिर करते हुए इलाके में संयम और यथास्थिति बरकरार रखने के लिए कहा है। 16 जून को डोकलाम इलाके में एक चीनी दल डोकलाम इलाके में सड़क बनाने के लिए घुसा था। भारत ने चीन को लिखा है कि उसकी जानकारी के मुताबिक भूटान के गश्ती दल ने उस दल को रोकने की कोशिश की। भारतीय विदेश मंत्रालय ने लिखा है, “भारत सभी सीमा विवादों को बातचीत से सुलझाना चाहता है।” विवाद के बाद चीन ने करीब 50 भारतीय तीर्थयात्रियों को नाथूला दर्रे से होकर कैलाश मानसरोवर जाने से रोक दिया।
भारत के सिक्किम में स्थिति विवादित इलाका भूटान और तिब्बत के सीमा के निकट है। जम्मू-कश्मीर से लेकर अरूणाचल प्रदेश तक फैली 3,488 किलोमीटर लंबी भारत-चीन सीमा का 220 किलोमीटर खंड सिक्किम में आता है। चीन ने बुलडोजर का इस्तेमाल कर सिक्किम के डोंगलोंग में भारतीय सेना के एक पुराने बंकर को नष्ट कर दिया जिसके बात तनातनी शुरू हुई। भारतीय सैनिकों ने चीनी सैनिकों को रोकने के लिए मानवीय दीवार बनाई थी। घटना के सामने आने के बाद चीन ने उलटा आरोप लगाया कि भारतीय सैनिक ही चीनी सीमा में घुसे थे।
सिक्किम इलाके में तनाव बढ़ने के बाद भारतीय सेनाध्यक्ष बिपिन रावत को सिक्किम के दौरे पर गए। अब भारत और चीन ने तीन-तीन हजार सैनिक तैनात कर दिए हैं।