चीन की ज़मीन पर भारत की बड़ी जीत
चीन की राजधानी बीजिंग में पाकिस्तान को जोर का झटका लगा और चीन पहली बार पाकिस्तान में पलने वाले लश्कर ए तैयबा और जैश ए मोहम्मद को आतंकवादी संगठन मानने के लिए तैयार हो गया । ब्रिक्स देशों के संकल्प पत्र में जैश और लश्कर का नाम साफ-साफ लिखा गया।
भारत के लिए ये बड़ी जीत है क्योंकि चीन अब तक जैश ए मोहम्मद के चीफ मसूद अज़हर पर बैन लगाने से बचता रहा है। यूनाइटेड नेशंस की सुरक्षा परिषद में चीन परमानेंट मेंबर है, बाकी चार स्थायी सदस्य अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और रूस मसूद अज़हर पर बैन लगाने के प्रस्ताव पर सहमत हैं लेकिन हर बार चीन अपना वीटो लगा देता है। इस बार चीन की धरती पर जैश ए मोहम्मद के खिलाफ प्रस्ताव पास हुआ इसलिए माना जा रहा है कि संयुक्त राष्ट्र में भी चीन अब पलटी नहीं मारेगा। अगर ऐसा हुआ तो डोकलाम के बाद दूसरी बार मोदी सरकार की बड़ी डिप्लोमेटिक कामयाबी होगी।