बीजेपी BSP-SP गठबंधन को रत्ती भर भी नहीं हिला पाएगी: मायावती
उत्तर प्रदेश राज्यसभा चुनाव में सपा से गठबंधन के बावजूद मिली हार के बाद बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने एसपी-बीएसपी के भविष्य के रिश्तों को लेकर चल रही अटकलों पर विराम लगा दिया है। मायावती ने कहा कि फूलपुर-गोरखपुर लोकसभा उपचुनाव में मिली करारी शिकस्त की वजह से बीजेपी बौखलाई हुई है। यही वजह थी की बीजेपी ने जीत के लिए जान लगा दी। ताकि बीएसपी और समाजवादी पार्टी की नजदीकी न बढ़े। बसपा सुप्रीमो ने अपने संबोधन में आगे कहा,,
”मैं बीजेपी एंड कंपनी को आगाह कर देना चाहती हूं कि एसपी-बीएसपी गठबंधन को तोड़ने की कोशिश में वह सफल नहीं होंगे। कल के परिणाम से एसपी-बीएसपी गठबंधन पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा, एक इंच भी नहीं।”
मायावती ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव को राजनीति में थोडा कम तजुर्बेकार बताते हुआ कहा कि ,“समाजवादी पार्टी ने थोड़ी चूक कर दी, उन्हें थोड़ी कुर्बानी देकर बीएसपी उम्मीदवार को जिताने में जोर लगा देना चाहिए था। मैं होती तो मैं एसपी के उम्मीदवार को जिताती।अगर एसपी मुखिया कुंडा के राजा भैया को मजबूर कर देते, उसके झूठे और फरेब वाले मकड़जाल में नहीं फंसते तो बेहतर होता।मुझे मालूम है अखिलेश राजनीति में ज्यादा तजुर्बेकार नहीं हैं लेकिन धीरे-धीरे सीख जाएंगे।”
1995 में हुए गेस्ट हाउस कांड में सपा प्रमुख अखिलेश यादव को क्लीन चिट देते हुये मायावती ने कहा कि अखिलेश उस समय राजनीति में नही थे। भाजपा गेस्ट हाउस कांड के बहाने हमारे और अखिलेश के बीच दरार पैदा करना चाहती है लेकिन ऐसा नहीं होगा। उन्होंने कहा, बीजेपी हमें 2 जून 1995 की गेस्ट हाउस घटना की याद दिला रही है लेकिन गेस्ट हाउस कांड के समय जो पुलिस अधिकारी राजधानी में तैनात था उसे भारतीय जनता पार्टी ने वर्तमान में प्रदेश पुलिस का मुखिया डीजीपी बना दिया है।