मुख्यमंत्री नहीं भूल पाएंगे ये हादसा, बस दो मीटर की दूरी ने जान बचाई
लातूर में मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर टेक ऑफ करने के साथ ही गिर गया। हेलीकॉप्टर जैसे उड़ने लगा, उसके पंखे बिजली के तार से टकरा गए।
लातूर में मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर टेक ऑफ करने के साथ ही गिर गया। हेलीकॉप्टर जैसे उड़ने लगा, उसके पंखे बिजली के तार से टकरा गए।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस बाल-बाल बच गए। लातूर में मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर टेक ऑफ करने के साथ ही गिर गया। हेलीकॉप्टर जैसे उड़ने लगा, उसके पंखे बिजली के तार से टकरा गए। पायलट की सूझबूझ ने मुख्यमंत्री की जान बचा ली। हादसे के वक्त महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के साथ छह लोग थे। बिजली के तार में फंसे हेलीकॉप्टर को भारी नुकसान हुआ, हेलीकॉप्टर का पूरा पिछला हिस्सा खत्म हो गया।
फड़णवीस के हेलीकॉप्टर के साथ कैसे हुआ हादसा?
फड़णवीस का हेलीकॉप्टर के पायलट संजय कर्वे थे, उनकी समझदारी ही थी कि तेज़ हवा के बावजूद उन्होंने हेलीकॉप्टर को ज़मीन पर उतारा। वो हेलीकॉप्टर को संभालना चाहते थे लेकिन हेलीकॉप्टर बिजली के खंभे से टकरा गया। अगर कुछ मीटर दूर हेलीकॉप्टर और आगे बढ़ जाता तो सामने बिजली का ट्रांसफॉर्मर था। अगर मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर ट्रांसफॉर्मर से टकरा जाता तो किसी भी व्यक्ति का ज़िंदा बचना मुश्किल था।
हादसे में शिकार हेलीकॉप्टर कैसा था?
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर अमेरिकी कंपनी सिरोस्की का था। ये नया हेलीकॉप्टर था जिसमें 13 लोग बैठ सकते थे। इस हेलीकॉप्टर में दो इंजन थे। डीजीसीए इस हेलीकॉप्टर और क्रैश लैंडिंग की जांच कर रहा है