आम बजट 2018 : सरकार दे सकती इनकम टैक्स सीमा में छूट, ऐसा हो सकता है नया टैक्स स्लैब
2019 के लोकसभा चुनाव से पहले सरकार इस बड़े फैसले से मध्यमवर्गीय परिवारों का दिल जीतना चाहती है ।
2019 के लोकसभा चुनाव से पहले सरकार इस बड़े फैसले से मध्यमवर्गीय परिवारों का दिल जीतना चाहती है ।
साल 2018-19 का आम बजट मोदी सरकार के मौजूदा कार्यकाल का आखिरी पूर्ण बजट होगा। मोदी सरकार इस बजट में मिडिल क्लास को बड़ी राहत दे सकती है । सूत्रों के अनुसार वित्त मंत्रालय के समक्ष व्यक्तिगत आयकर छूट सीमा को मौजूदा ढाई लाख रुपए से बढ़ाकर तीन लाख रुपए करने का प्रस्ताव है। यानी 3 लाख की आय तक इनकम टैक्स देने की जरूरत नहीं रह जाएगी । इसके अलावा पांच से दस लाख रुपये की सालाना आय को 10 प्रतिशत टैक्स दायरे में लाया जा सकता है, जबकि 10 से 20 लाख रुपये की आय पर 20 प्रतिशत और 20 लाख रुपये से अधिक की सालाना आय पर 30 प्रतिशत की दर से कर लगाए जाने की उम्मीद है।
प्रस्तावित 2018 आयकर दरें
इनकम टैक्स की मौजूदा दरें
मौजूदा समय में 2.5 लाख तक की आय पर कोई भी कर नहीं लगता है । 2. 5 लाख से 5 लाख रुपये तक की आय पर 5 फीसदी टैक्स देय होता है वहीं 5 लाख से 10 लाख रुपये तक की टैक्सेबल इनकम पर 20 फीसदी टैक्स देना पड़ता है । तीसरा स्लैब 10 लाख रुपये से ज़्यादा आय वालों का होता है, जिन्हें फिलहाल 30 फीसदी टैक्स देना पड़ता है ।
पिछले बजट में केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कर स्लैब में कोई बदलाव नहीं किया था, लेकिन सालाना 2. 5-5 लाख की आय वालों के कर की दर को 10 फीसदी से घटाकर पांच फीसदी कर छोटे करदाताओं को मामूली राहत दी थी।