जीडीपी पस्त, सरदार मोर संग मस्त ,विपक्ष अस्त
अपनी गलती को मानने के लिए 56 इंच का सीना नहीं , 30 इंच के सीने में थोड़ी सी हिम्मत की ज़रूरत हैं। सफलता मिली तो सरदार को असरदार कहना और असफलता मिली तो पुराने सरदारों को कोसना, क्या ये जायज हैं ? जब पुराने सरदारों का समस्याओं से दूर-दूर…
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